ret par chamakti maniyan
चमत्कार नहीं होगा,
असत्य के प्रतिरोध में उठा हुआ मस्तक भी
प्रहार होते ही
धरती पर लोटता नजर आयेगा,
न्यायी हो या अन्यायी
जो भी तलवार के सम्मुख आयेगा
केले की तरह कट जायेगा।
इसलिए,
आस्था को हार-जीत से उदासीन रहना होगा,
मात्र सत्य के प्रति समर्पित रहकर
परिणाम की चिंता से स्वाधीन रहना होगा।