ek chandrabimb thahra huwa

जब तक नंगे पाँवों
धरती पर नहीं उतरूँगा
दुर्वामूल में छिपे काँटे चुन-चुनकर
बाहर कैसे धरूँगा
पगतली के दुर्बल अंशों की पहचान कैसे होगी!
चुभन की पीड़ा का अनुभव कैसे करूँगा!