ek chandrabimb thahra huwa

नारी एक ऐसा गीत है
जिसकी धुन हर बार बदल गयी लगती है,
जिसका अर्थ प्रत्येक आवृत्ति में
पहले से भिन्न दिखाई देता है,
जिसकी रसानुभूति हर बार नयी लगती है।