pankhuriyan gulab ki
उनसे इस दिल की मुलाक़ात अभी आधी है
चाँद ढलता हो मगर रात अभी आधी है
तेरा उठने का इशारा तो समझते हैं हम
पर तेरे प्यार की सौग़ात अभी आधी है
कुछ कहे कोई, हमें लौटके आना है यहाँ
दिल ये कहता है, मुलाक़ात अभी आधी है
यों तो कहती है अदा आपकी सब कुछ हमसे
पर निगाहों में कोई बात अभी आधी है
हम तो मानें जो बरस जायें वे आँखें भी, गुलाब!
तेरे आँसू की ये बरसात अभी आधी है