ret par chamakti maniyan

पत्र और शाखाएँ छाँटने से क्या होगा|
क्यों न हम इस विष-वृक्ष का मूल ही कुतर दें।
कुछ ऐसा जादू कर दें
कि तलवार उठाकर बढ़ते हुए हाथ
हमारा गला फूलमालाओं से भर दें।