ret par chamakti maniyan
संत वही है
जो दूसरे के पहाड़ जैसे दोषों को भी
रजकणों की तरह सह लेता है
और अपने रजकण से विकार को भी
पहाड़ घोषित कर देता है
संत वही है
जो दूसरे के पहाड़ जैसे दोषों को भी
रजकणों की तरह सह लेता है
और अपने रजकण से विकार को भी
पहाड़ घोषित कर देता है