पँखुरियाँ गुलाबकी

  1. अगर आप दिल से हमारे न होते
  2. अब क्यों भला किसीको हमारी तलाश हो !
  3. अपना चेहरा भी किसी और का लगा है मुझे
  4. अपनी बेताबी से उनको तो बेखबर समझे हैं हम
  5. आखिर इस दिल की पुकारों में तुझको देख लिया
  6. आ गयी किस घाट पर यह नाव दिन ढलते हुए !
  7. आज हो चाहे दूर भी जाना,  मेरे साथी,  मेरे मीत !
  8. आदमी भीतर से भी टूटा हुआ लगता है आज
  9. आपका एक इशारा तो हो !
  10. आपके दिल में हमारी भी चाह है कि नहीं !
  11. उनकी आवाज़ बुलाती है हर क़दम के साथ
  12. उनका बदला हुआ हर तौर नज़र आता है
  13. उन्हें बेतकल्लुफ किया चाहता हूँ
  14. उनसे इस दिल की मुलाक़ात अभी आधी है
  15. एक अनजान के घेरे में बंद हैं हम लोग
  16. एक अहसास की रंगत के सिवा कुछ भी नहीं
  17. एक बिजली-सी घटाओं से निकलती देखी
  18. ऐसी बहार फिर नहीं आयेगी मेरे बाद
  19. और दीवाने सभी चक्कर लगाकर रह गये
  20. कभी प्यार से मुस्कुराओ तो क्या है !
  21. कभी पास आ रही है, कभी दूर जा रही है
  22. कई सवाल तो ऐसे भी जी में आये हैं
  23. कहिये तो कुछ कि काट लें दो दिन खुशी से हम
  24. कहें जो ‘हाँ’ तो  नहीं है ‘हाँ’ भी
  25. कितने दिये बुझाए होंगे
  26. किस अदा से वो मेरे दिल में उतर आता है !
  27. किसीके प्यार में मरने को हम मरें तो सही
  28. किसीका प्यार समझें, दिल्लगी समझें, अदा समझें
  29. किसी बेरहम के सताये हुए हैं
  30. कोई दिल में आकर चला जा रहा है
  31. कोई भले ही बढ़के गले से लगा न हो
  32. कोई जान अपनी लुटा गया, तेरी चितवनों के जवाब में
  33. कोई रोने के सिवा काम भी है !
  34. कोई छेड़े हमें किसलिए !
  35. कौन जाने उस तरफ कोई किनारा हो न हो
  36. ख़यालों में उनके समाये हैं हम
  37. खुलके आओ तो कोई बात बने
  38. खुली-खुली-सी खिड़कियाँ, लुटी-लुटी-सी बस्तियाँ
  39. ख़ूब है प्यार का यह दस्तूर
  40. गंध बनकर हवा में बिखर जायँ हम
  41. ग़म बहुत, दर्द बहुत, टीस बहुत, आह बहुत
  42. गीत तो ये हैं सभी उनको सुनाने के लिए
  43. चलता है साथ-साथ कोई यों तो राह में
  44. जब तेरा दर क़रीब होता है
  45. ज़िंदगी मुझको कहाँ आज लिए जाती है !
  46. जी से हटती ही नहीं याद किसीकी गुमनाम
  47. जुही में फूल जब आये, हमें भी याद कर लेना
  48. जो नज़र प्यार की कह गयी है, मुँह पे लाने की बातें नहीं है
  49. जो हमें कहते थे हरदम, ‘जान से तुम कम नहीं’
  50. ज़िंदगी फिर कोई पाते तो और क्या करते !
  51. झलक रही हैं उन आँखों में शोखियाँ कैसी !
  52. तलब ग़म की खुशी से बढ़ गयी है
  53. तू जिसके लिए बेचैन है यों, वह दर्द को तेरे जान तो ले
  54. तेरा दर छोड़के जाने का कभी नाम न लूँ
  55. तेरी तरह बोली नहीं यह भी, प्यार जताकर देख लिया
  56. तेरे वादों पे अगर ऐतबार आ जाए
  57. थोड़ा पी लेते जो तलछट में ही छोड़ा होता
  58. दर्द कुछ और सही, दिल पे सितम और सही
  59. दर्द दिल थामके सहते हैं, हम तो चुप ही हैं
  60. दिल तो हमने ही लगाया है, आप चुप क्यों हैं !
  61. देल की तड़प नीलाम हुई है
  62. दिल बहुत यों तो तेरी राह में घबरा ही गया
  63. दिल में रहते थे कभी आपके हम, भूल गये !
  64. दिल में ये प्यार के वहम क्या हैं !
  65. देखो कहाँ पर आ गया है मोड़ अपनी बात का
  66. नज़र आईने से मिलाता तो होगा
  67. नज़र भले वो हमें देखके शरमा ही गयी
  68. न रोकते हैं निगाहों से यहाँ पीने से
  69. नशे में प्यार  के लिखते रहे हैं कविता हम
  70. नहीं इस दर्द का उनको पता हो, हो नहीं सकता
  71. नहीं खत्म भी हो सफ़र चलते-चलते
  72. पँखुरियाँ गुलाब की नम न हो तो क्या करें !
  73. प्यार औरों से नहीं, हमसे अदावत न सही
  74. प्यार दिल में न अगर था तो बुलाया क्यों था !
  75. फूल काँटों के संग अच्छा है
  76. बहकी हुई है चाल कोई देखता न हो
  77. बस नज़र का तेरी अंदाज़ बदल जाता है
  78. बहुत हमने चाहा कि दिल भूल जाए
  79. बात जो कहने की थी, होठों पे लाके कह गये
  80. बुरा कहें तो बुरे हैं, भला कहें तो भले
  81. बेरुखी तो मेरे सरताज़ नहीं होती है
  82. भले ही दूर नज़र से सदा रहा हूँ
  83. भले ही हाथ से आँचल छुड़ाये जाते हैं
  84. मिल गयी क्या तेरी आँखों में झलक प्यार की थी !
  85. मुद्दत हुई है आपसे आँखें मिले हुए
  86. यादों के समंदर में नज़र डूब रही है
  87. यादों के इस सफ़र में, हैं फिर गुलाब फूले
  88. ये सितार बज उठे यों, तेरे तोड़ने के पहले
  89. ये हसीन बेकली क्यों सीने में भर गयी है !
  90. यों उड़ा है नशा जवानी का
  91. यों तो उन नज़रों में है जो अनकहा, समझे हैं हम
  92. यों तो रंगों की वो दुनिया ही छोड़ दी हमने
  93. यों तो हमेशा मिलते रहे हम, दोनों तरफ थी एक-सी उलझन
  94. यों तो हर राह के पत्थर पे सर को मार लिया
  95. यों नज़र से नज़र नहीं मिलती
  96. यों न मिलने में शरमाइए
  97. यों पहुँचने को हज़ारों की नज़र तक पहुँचा
  98. रात किस तरह यहाँ हमने हमने बितायी होगी !
  99. राह फूलों से सजेगी एक दिन
  100. लाख चक्कर हों सुराही के, हमारा क्या है !
  101. वैसे तो चाहने से यहाँ क्या नहीं होता !
  102. साज़ बजता भी है, आवाज़ नहीं होती है
  103. सितारों से आगे बढ़े जा रहे हैं
  104. सौ ऐब हैं मुझमें न कोई इल्मोहुनर है
  105. हमको पानी ही पिलाया है, कोई बात नहीं
  106. हम खोज में उनकी रहते हैं, वे हमसे किनारा करते  हैं
  107. हमसे यह बीच का पर्दा भी हटाया न गया
  108. हमारा प्यार जी उठता, घड़ी मरने की टल जाती
  109. हमें तो हुक्म हुआ सर झुकाके आने का
  110. हर सुबह एक ताज़ा गुलाब
  111. हुआ प्यार का यह असर मिलते-मिलते