प्रेम-वीणा

  1. अनचाहत की चाह 
  2. अनुताप 
  3. आज मेरे होंठ पर तिरती सुलगती प्यास किसकी 
  4. आजा ओ मेरे जीवन कि तम से भरी विभावरी 
  5. आधा आधा चित्र उतरता है   
  6. आवश्यकता थी क्या जीवन की 
  7. अ सकूँ यदि मैं न आधी रात को सागर किनारे 
  8. आँधी 
  9. आँसू की बूँदों से 
  10. इतना रूप सवारूँगा तो 
  11. इस मधुयामिनी के बाद 
  12. उठ-उठकर अतीत के तल में  
  13. उड़कर  फिर अतीत में जायें 
  14. उनकी एक प्रशंसात्मक स्मिति 
  15. ऐसी लगन लगी प्राणों में 
  16. ओ विदेशिनी  
  17. अंतर का कोई द्वार कभी तो खड़केगा 
  18. कस तो दिए प्राणों के तार 
  19. कितने दिनों के बाद तुम्हें देखा 
  20. कुछ तो पुण्य कमाया होगा 
  21. कैसे मोल करूँ उस क्षण का 
  22. कोयल पंचम स्वर में बोली 
  23. कौन आता है सपना बन के  
  24. कौन बैठा है मेरे मन में  
  25. कौन सी थी दृष्टि वह 
  26. गाता था कोई  
  27. गीत और मुक्तक 
  28. गीत मैंने लिख-लिखकर फाड़े 
  29. गीतों की विदाई 
  30. चतुष्पदियाँ 
  31. चले तो देखा नहीं पलटकर 
  32. चाँद को, चाहे रहे जिस धाम , रहने दो 
  33. चाँदनी कविता लिखती उन्मन 
  34. चाँदनी केवल चार दिनों की
  35. चाँदनी विदा ले रही सबसे 
  36. छलनामयी 
  37. जब भी कलम हाथ से छोड़ी 
  38. जबसे तुमसे प्यार हो गया 
  39. जितना प्यार तुम्हें करता मैं 
  40. जीवन यों ही बीत गया  
  41. टूटी हुई लाकर हूँ मैं 
  42. तड़प रहा है ह्रदय तुम्हारा 
  43. तुम्हारी मदभरी चितवन मुझे जीने 
  44. तुम्हें देखते ही 
  45. तुम्हें प्यार करने के पहले 
  46. तुम्हें मैं किस तरह भूलूँ 
  47. तुमने जो कुछ दिया प्राण के साथ 
  48. देखो भूल गयी न मुझे तुम  
  49. देश अनजाना रहे तो क्या 
  50. दोहे  
  51. द्वार बंद थे तेरे 
  52. पछतावा 
  53. पढ़ मेरी कविता 
  54. परवशता 
  55. पल में धोकर साफ़ कर सकूँ 
  56. प्रेम करके हम तो पछताये 
  57. प्रेम की इस मोहक नगरी में 
  58. प्रिय ! सरकता जा रहा है हाथ से आँचल तुम्हारा 
  59. फेर लो ये सुगंधमय साँसें 
  60. फूल और काँटें 
  61. फूल गुलाब के 
  62. बहुत दिन बीते गीत सुनाते 
  63. भूल मत जाना मुझे. प्रिये! 
  64. मिट न सकेगी अब यह विरह-व्यथा 
  65. मिल न सका क्यों होकर एक ? 
  66. मेरा बस क्या टूट रही अभिव्यक्ति में ! 
  67. मेरे भाग्य पड़ी जो मदिरा 
  68. मेरे मन में चित्र तुम्हारा 
  69. मैं तुम्हारे गीत की वह पंक्ति होता एक 
  70. मैं तुम्हारे चित्र को ही प्यार कर लूँगा 
  71. मैं तो घायल हुआ 
  72. मैंने क्यों पाला यह रोग 
  73. मैंने कब चाहा 
  74. मैंने प्रेम योग साधा है 
  75. यद्यपि यह प्रभात की वेला 
  76. रहस्यमयी 
  77. राग नहीं जाता है 
  78. रात सुन ली थी तान तुम्हारी 
  79. रूप की राह में, प्रेम की चाह में 
  80. लजालू प्रेमी 
  81. लहरों के तल में सुहासिनी मेरी 
  82. विकलता 
  83. वियोग 
  84. श्याम पुतलियाँ चमकीं 
  85. स्वप्न और यथार्थ 
  86. साधारण बातें 
  87. सपना 
  88. सपने क्या क्या नहीं दिखाते ! 
  89. सपने मुझे बुलाने आये 
  90. सभी कुछ थी इस मन की माया 
  91. हमारा फिर श्रृंगार करो 
  92. हो चुके अब वे खेल पुराने 
  93. ह्रदय में बस गए मेरे