kasturi kundal base
कोई कुछ भी करे
अंत में तो केवल पछताना पड़ता है।
किये गये से नहीं किया गया इतना अधिक है,
कि यहाँ से हाथ मलते हुए ही जाना पड़ता है।
कोई कुछ भी करे
अंत में तो केवल पछताना पड़ता है।
किये गये से नहीं किया गया इतना अधिक है,
कि यहाँ से हाथ मलते हुए ही जाना पड़ता है।