mere bharat mere swadesh

जननी जीवनदायिनी
जगत्‌-प्रकाशिनि! शारद-हासिनि! भक्ति-प्रेम-रस-पायिनी
किरण-मंडिता, उपल-खंडिता, पाप-कलाप-नशायिनी
गिरि-उत्संगा, क्रीड़ित-गंगा, रज-धूसर-काषायिनी
देश-वर्ण-शत, रचित पर्ण-वत्‌, मधुऋतु-शय्या-शायिनी
अरुण-वंदिता, छवि अनिंदिता, मंद-मंद स्मिति-ध्यायिनी
ज्योति अनिर्वच, भू-विकीर्ण-कच-लता श्याम-प्रच्छायिनी
अनवगुंठिता, इषत्‌-कुंठिता, त्रिभुवन-भाग्य-विधायिनी
तृण-रोमावलि, सागर-अंजलि-अर्चित-कलि-कुसुमायनी
गुंजित-गीता, पिये पुनीता, सीता-राम-रसायनी
जननी जीवन-दायिनी
जगत्‌-प्रकाशिनि! शारद-हासिनि! भक्ति-प्रेम-रस-पायिनी
1943