aayu banee prastavana

जब से तुमसे प्यार हो गया,

मुझे न कुछ अच्छा लगता है

नित नव यश-वैभव का पाना
मित्रों के सँग हँसना, गाना
जग में सुखी, सफल कहलाना
जब से तुमसे प्यार हो गया,

मुझे न कुछ अच्छा लगता है

जब से तुमसे प्यार हो गया

मुझे बहुत अच्छा लगता है

सरिता-तट, संध्या का तारा
गीली धरती, सागर खारा
अपना आनन, प्यारा-प्यारा
जब से तुमसे प्यार हो गया

मुझे बहुत अच्छा लगता है

जब से तुमसे प्यार हो गया,

जैसे मैं ही मैं न रहा हूँ

अद्भुत है वह लोक जहाँ हूँ
जान नहीं पड़ता कि कहाँ हूँ
अभी यहाँ था, अभी वहाँ हूँ
जब से तुमसे प्यार हो गया

जैसे मैं ही मैं न रहा हूँ

जब से तुमसे प्यार हो गया

तब से मैं बेकार हो गया

बदल गयी है दुनिया सारी
बदल गये हैं सब नर-नारी
आँखों में भर रही खुमारी
जब से तुमसे प्यार हो गया,

तब से मैं बेकार हो गया

1955