boonde jo moti ban gayee

कोई कुछ भी कहे, नहीं मानूँगा;
मेरे हृदय के दिशामापक में जो सूई है,
वह सदा तुम्हारी अनुगामिनी बनी हुई है,
जिधर-जिधर तुम जाओगी,
उधर-उधर ही उत्तर दिशा जानूँगा।