har moti me sagar lahre

काव्य महाकवियों के, सुरमय गुणियों के साज
शत-शत कलाकृतियाँ, मूर्तियाँ रच शिल्पीसमाज
चित्रित कर सकेंगे नहीं प्रेम की उस चितवन का
नारी लिये आती जिसे नयनों में भरे लाज