har moti me sagar lahre

चाहे विश्वास करो चाहे करो अविश्वास
चाहे दूर समझो उसे चाहे पास से भी पास
प्यार करो या न करो, मानो या न मानो उसे
उसकी कृपा न करेगी कभी तुम्हें निराश