kasturi kundal base

जीवन के महासागर में से
थोड़ा-सा जल
हमने अपनी अंजलि में भर लिया है
और चाहते हैं
कि वह निकल न जाय,
पूजा का मुहूर्त्त टल न जाय,
परंतु पूजा तो तभी पूरी होगी
जब हमारी चेतना
उस परम विराट्‌ को समर्पित हो जायगी,
जल की अंतिम बूँद भी
महासागर को अर्पित हो जायगी।