kasturi kundal base

जीवन नहीं झुकता, हमीं झुक जाते हैं,
काल नहीं रुकता, हमीं रुक जाते हैं,
दृश्य तो वही है, दृष्टा नये-नये हैं,
दुनिया नहीं चुकती, हमीं चुक जाते हैं !