kumkum ke chhinte

रंग, रंग

रंग, रंग।
तन के रंग,
मन के रंग,
जीवन,
यौवन के रंग,
रंगों से दिपे,
छिपे,
अंग-अंग।

रतनारी, चंपक,
गौर, फलसई त्वक,
हँसी सतरंगिनी,
स्याम अलक,
कंपित उर
ज्यों मृदंग
चढ़े चंग।

रूप रंग,
प्राण रंग,
आँसू, मुस्कान रंग,
रोष, प्रीति,
मान रंग,
चेतनता विविध रंग की तरंग।

सृष्टि रंग,
दृष्टि रंग,
रंगभरे
भृकुटि-भंग,
अंग-अंग में अनंग
जलतरंग।

गहरा ही गहरा,
अणु-अणु में लहरा
हरित, पीत, नील, सित,
सुनहरा।
अगणित पावस-वसंत,
व्योम, भूमि, दिगदिगंत,
एक रंग, आदि-अंत,
बिछुड़े, फिर हुए संग।
रंग, रंग।

1961