ret par chamakti maniyan
हर फूल के मूल में कोई काँटा छिपा है,
हर मुस्कान आँसुओं से धुली है,
जीवन में सुख-दुख की हर तस्वीर
धूप और छाया-सी
मिली-जुली है,
पर कुछ लोग
इस घाटी में केवल फूल ही चुना करते हैं
और कुछ ऐसे हैं
जो सिर्फ काँटे ही काँटे देखते हैं
और सिर धुना करते हैं।