vyakti ban kar aa
मुझे क्षमा कर देना यदि मैं वहाँ तक नहीं जा सका
जहाँ तक मुझे जाना था,
वह सब नहीं कर सका
जो मुझे कर दिखाना था,
इस वन की हरियाली ने मेरे पाँव जकड़ लिये
और इन सलोनी लताओं ने बढ़कर मेंरे हाथ पकड़ लिये,
मैं अभी विश्राम को रुका ही था कि मुझे नींद आ गयी,
और वह नदी जो सागर से मिलने चली थी
मरुथल की बाँहों में समा गयी।