boonde jo moti ban gayee

धरती और आकाश के बीच की समस्त संपदा भी
क्या उसका मोल चुका पायी है–
वह, जो एक प्रेम-विह्लल नारी
अपनी आँसूभरी मुस्कान में लपेटकर लायी है!
रमणी के हृदय का मूल्य क्या है ?
उत्तर कौन दे,
प्रश्न बहुत टेढ़ा है।
कवियों को अधिकार है,
वे जो भी कहें, उन्हें कहने दो;
पर अच्छा यही है
कि विधाता ने जो अकथनीय और अतुलनीय बनाया है
उसे अकथनीय और अतुलनीय ही रहने दो।