hum to gaa kar mukt huye

इस तट पर ठहरा है कोई उस तट पर ठहरा है
और बीच में लहराता तम का सागर गहरा है

इस तट का वासी उस तट की कुछ भी टोह न पाता
और वहाँ वाले का टूटा इस तट से कुल नाता

दोनों बेबस, महाकाल का दोनों पर पहरा है

भेज सके संदेश किस तरह उस तट का अधिवासी?
और सुने कैसे उसको यह सुनने का अभिलाषी?

एक अंध यदि पंगु अपर, वह गूँगा यह बहरा है

इस तट पर ठहरा है कोई उस तट पर ठहरा है
और बीच में लहराता तम का सागर गहरा है

जुलाई 86