jyon ki tyon dhar deeni chadariya

प्रार्थना

व्यर्थ संग्रह समस्त हो जायें
नेह-नाते निरस्त हो जायें
खींचने में शरीर जब चित्‌ से
प्राण के तंतु व्यस्त हो जायें

उस समय, याद कर वचन तेरे
भय न हो देख काल के फेरे
शेष मन में न रहे दुख कोई
नाम बस तेरा हो मुख पर मेरे