pankhuriyan gulab ki
कितने दिये बुझाये होंगे
तब साजन घर आये होंगे
नाहक़ प्यार का दम भरना है
कल ये बोल पराये होंगे
साज सभी ने छेड़ा, लेकिन
सुर में हमीं रह पाये होंगे
हैरत है, जब तक न मिले थे
हम क्या करते आये होंगे
इतने लाल गुलाब कहाँ थे !
तुमने नयन मिलाये होंगे