ret par chamakti maniyan

आँखें बंद करके आप किसी भी बाँकी चितवन के
प्रहार सह सकते हैं,
कान मूँदकर किसी भी मधुर संगीत से
अप्रभावित रह सकते हैं,
यदि आपमें भावनायें नहीं हैं
तो संसार की कोई भी कविता आपको छू नहीं पायेगी
किंतु मन को जीतकर तो
आप सारे संसार को ही मिथ्या कह सकते हैं।