vyakti ban kar aa
द्वार में द्वार में द्वार,
ओ देवता!
तेरी मूर्ति कहाँ है?
मैं अब थककर मंदिर की चौखट पर बैठ गया हूँ,
किससे पूछूँ पता?
द्वार में द्वार में द्वार,
ओ देवता!
तेरी मूर्ति कहाँ है?
मैं अब थककर मंदिर की चौखट पर बैठ गया हूँ,
किससे पूछूँ पता?