vyakti ban kar aa
मैं तुझसे और वरदान क्या माँगूँ!
तेरा दिया प्रत्येक दिन मेरे लिये वरदान है;
मेरी हर रात तेरी प्रार्थना है,
मेरी हर सुबह तेरे प्रेम का प्रमाण है।
मैं सदा तुझे अपने निकट पाता हूँ,
तेरे आशीर्वाद की कामना से नहीं,
तेरे प्रति कृतज्ञता-ज्ञापन के लिए यह मस्तक झुकाता हूँ।
मेरा प्रत्येक श्वास तेरा आशीर्वाद है,
मेरा प्रत्येक पल तेरी करुणा का प्रसाद है।