ek chandrabimb thahra huwa
विदा के अंतिम दिन
बाग कितना सुंदर लगता है !
हर दूब की आँखों में आँसू की बूँद चमकती है,
हर पत्ते को देखकर मन में प्यार जगता है।
विदा के अंतिम दिन
बाग कितना सुंदर लगता है !
हर दूब की आँखों में आँसू की बूँद चमकती है,
हर पत्ते को देखकर मन में प्यार जगता है।