kasturi kundal base
ओ मूढ़ मन!
धरती की ओर भी देख,
आकाश के तारे क्या गिनता है!
जब जाना होगा चले जायेंगे,
अभी से इसको क्या चिंता है!
ओ मूढ़ मन!
धरती की ओर भी देख,
आकाश के तारे क्या गिनता है!
जब जाना होगा चले जायेंगे,
अभी से इसको क्या चिंता है!