har moti me sagar lahre
जिसे ढूँढने में जमाने लगे हैं
सिवान उस शहर के भी आने लगे हैं
मगर मेरी मंजिल नहीं आखिरी यह
भले ही कदम लड़खड़ाने लगे
जिसे ढूँढने में जमाने लगे हैं
सिवान उस शहर के भी आने लगे हैं
मगर मेरी मंजिल नहीं आखिरी यह
भले ही कदम लड़खड़ाने लगे