boonde jo moti ban gayee
जी करता तुम्हारी अलकों से खेलता रहूँ,
किंतु तुमसे यह बात कैसे कहूँ!
मेरी हर साँस अनमनी-अनमनी रहती है,
और तुम्हारी आँखों में सदा एक प्यास-सी बनी रहती है,
हमारा साथ छूटे तो छूटे,
प्राणों का यह बंधन कभी नहीं टूटे।
भले ही ऊँचे बादलों पर तुमने बसेरे लिये हैं,
भले ही चाँद के साथ तुमने फेरे लिये हैं
पर तुम्हारी ये छलछलायी आँखें
मेरे लिए हैं, केवल मेरे लिए हैं।