boonde jo moti ban gayee
तू यह भली-भाँति जान ले
कि मैं अब केवल तेरे लिये लिखता हूँ,
यों तो देखने में मैं सभी का दिखता हूँ
परंतु मेरे हृदय में तू ही तू है,
इसे तेरे सिवा और कौन जानता है!
मेरे प्रेम को केवल तू ही पहचानता है,
अथवा तू भी पहचानता है या नहीं,
कौन जाने !
अपना मुझे मानता है या नहीं,
कौन जाने!