boonde jo moti ban gayee
मुझे तुम्हारे प्रेम ने पागल बना दिया है—
इसमें कोई अत्युक्ति नहीं है,
यह मेरे जीवन का कठोर यथार्थ है,
किसी भावुक कवि की उक्ति नहीं है।
ओ निष्ठुर!
क्या मैं सदा ऐसे ही तड़पता रहूँगा!
तुम्हारे नाम की माला जपता रहूँगा!
यह जानते हुए भी कि तुमसे मिलने की कोई युक्ति नहीं है!