boonde jo moti ban gayee

आओ, देवता के माध्यम से मिलें।
देवता सब कुछ देखकर भी अनदेखा कर देते हैं,
पूजा के फूलों में दुगुनी सुगंध भर देते हैं।
मेरा प्रेम भी तो एक पूजा है,
बस अंतर यही है,
इसमें देवता के स्थान पर तुम्हारा चित्र है,
किंतु सब कुछ उतना ही दिव्य है,
उतना ही निर्मल है, उतना ही पवित्र है;
माना, कुछ भी पकड़ में नहीं आता है,
मेरे हृदय के दर्पण में तुम्हारे रूप का
आलोक तो झिलमिलाता है।
आओ देवता के माध्यम से मिलें,
देवता सब कुछ देखकर भी अनदेखा कर देते हैं।