guliver ki chauthi yatra

नाम-स्मरण

कुछ तो प्रतीति इसी रीति से हो जायेगी
नाम लेने की यह पहचान ही काम आयेगी
साधना करने का साधन न और ज्ञात मुझे
नाव बनकर यही उस पार भी पहुँचायेगी