गुलिवर की चौथी यात्रा_Guliver Ki Chauthi Yatra
- अब यह नाव लगे जिस घाट
- कब तक यहाँ रहेगा डेरा
- कर न सका जो इस जीवन में
- काल ने तोड़ दिए सब नाते
- कृपा ऐसी ही रखना, स्वामी !
- ख़बर
- गीत गाकर अब किसे रिझाऊँ !
- गुलिवर की चौथी यात्रा
- छोड़ उस पर चिंताएं सारी
- जब तक सुर तुम तक पहुँचेंगे
- दुःख
- दृष्टि किसी उन्नायक की पड़ती
- नभ पर ऊँचा आसन मेरा
- नाम और रूप
- नाम ही यदि तुझको प्यारा है
- नाम-स्मरण
- पंछी उड़-उड़ भी जायेंगे
- पीनेवालों को तो साकी तभी_ग़ज़ल
- पुनर्जन्म
- फिर इस जग में आओ
- मुक्तक
- मोमबत्ती
- रहें गीत अनगाये
- वर्षगाँठ
- वे दिन देखे, ये भी देख
- शलभ ! मिला जो तुझको
- सज्जनों से मिलने सा
- सफ़र
- होगा वही कि जो होना है
- Here and Now
- On seeing some Vernel Trees
- Prosaic Poetry
- To
- O Father!
- कैसे अब दौड़े