sau gulab khile

हमसे किसीका प्यार छिपाया न जायगा
इतना हसीन बोझ उठाया न जायगा

मेहँदी लगी हुई है उमंगों के पाँव में सी
सपने में भी तो आपसे आया न जायगा

लय-ताल टूट जाते हैं आते ही उनका नाम
जीवन का गीत हमसे तो गाया न जायगा

हँसने की बात और थी, रोने की बात और
पत्थर के दिल में फूल खिलाया न जायगा

यों तो किसीके मन से उतारे हुए हैं हम
आयेंगे याद फिर तो भुलाया न जायगा

लहरा रहे हैं आपकी आँखों में अब गुलाब
काँटों से ज़िंदगी को बचाया न जायगा