ahalya

क्रमश: तारक द्युतिहीन, लीन स्वर-मधुप-वृन्द
नयनों की स्वप्निल कुमुद-कौमुदी हुई बंद
उल्लसित अहल्या यौवन-सुषमा ले अमंद
आकुल, अधीर-सी भुला नींद के द्विधा-द्वंद्व
छाया-सी भू पर उतरी

वकसर के पावन सिद्धाश्रम तक आ सहास
सहसा ठिठकी स्वर-मुग्ध मृगी-सी बद्धपाश
मुड़ चली सघन तरु-तले, सलज, सभ्रम, सलास
मधुमास छा गया वन-वन, पिक-रव-प्रियाभास
संकुचित भीत-सी सिहरी