boonde jo moti ban gayee

ओ चारुशीले!
यदि तुम्हारे हृदय में लहराते हुए अमृत की
एक बूँद भी समुद्र को मिल पाती,
तो निश्चय ही उसकी समस्त क्षारता
मधुरता में बदल जाती