kasturi kundal base
नाव किनारे पर पहुँचे या नहीं,
मैं डाँड़े तो सतत चला रहा हूँ,
आँधियों के झोंके भले ही आ-आकर बुझा दें
हर बार एक नया दीपक तो जला रहा हूँ।
महत्व, लक्ष्य तक पहुँचने का नहीं,
लक्ष्य के लिए बढ़ते जाने का है,
अँधेरे पर विजय पाने का नहीं,
अँधेरे के आगे सिर न झुकाने का है।