kasturi kundal base

मैं भले ही तुझे देख नहीं पाता हूँ
‘पर तू मुझे सतत देख रहा है’,
यह अनुभूति क्‍या कम है!
प्रत्यक्ष में आड़ी-तिरछी लगने पर भी
मेरी पद-रेखाओं में एक तारतम्य है, एक क्रम है।
लोग
मुझे दंभी, स्वप्नाविष्ट या पागल, जो भी कहें,
कहने दे,
‘तू परदे के उस पार से मुझे देख रहा है’,
बस मेरे मन में
यह विश्वास बना रहने दे।