kasturi kundal base

मैं यह नहीं कहता
कि तू मुझे मेरी हारी हुई बाजी जिता दे,
मैं तो यही कहता हूँ.
कि मुझे मेरा खोया हुआ आत्मविश्वास लौटा दे
ताकि मैं फिर एक बार
उसी उत्साह से पासे फेंक सकूँ,
अँधेरे की यवनिका में छिपी
सूरज की मुस्कान देख सकूँ।