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Gulab Khandelwal
Indian Poet and writer.
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कुमकुम के छींटे_Kumkum Ke Chhinte

  1. अपनी चालीसवीं वर्षगाँठ पर 
  2. आईने को क्या हो गया है? 
  3. इसके लिए दुःख मत करना 
  4. उस दिन संध्या के झुरमुट में 
  5. काल की मंजूषा से 
  6. कितने शीघ्र हम आ गये हैं नदी के किनारे !
  7. खोल दो यह बंद मुट्ठी 
  8. चन्द्रमा पर अवतरण 
  9. प्रेम दूसरों से नहीं होता 
  10. बस तुम मुझे देखती रहना 
  11. भला हूँ या बुरा हूँ 
  12. मुझमें और बिजलियों में 
  13. मेरे तड़पते रहने से 
  14. मृत्युदंड 
  15. रँग, रँग 
  16. शतरंज का बादशाह 
  17. शब्द, शब्द, शब्द  
  18. श्री बेढ़ब बनारसी के निधन पर 
  19. साक्षी,  
  20. सीढ़ियाँ  
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