मेरी उर्दू ग़ज़लें_Meri Urdu Ghazalen

  1. इल्मों-फन कुछ नहीं मालूम ग़मे-दिल के सिवा
  2. इस क़दर बहरे खुदी में डूबता जाता हूँ मैं
  3. ऐसे तो हुआ ही करती है हर बात निराली होली में
  4. कहीं लालों-गुहर होगी, कहीं इल्मों-हुनर होगी
  5. कितना है चर्ख हमपे मेहरबान न पूछिए
  6. चाँदनी रहे यही चाँद रहे
  7. जमाले-हुस्न है कुछ तो गुरूर होगा ही
  8. ज़मीन पर लालो-रु, महताब
  9. तुम्हारी चाहत में मर गया मैं, कभी तुम्हें एतबार होगा
  10. तू ढूँढ रहा जिसको वह कुछ दूर नहीं है
  11. तैश में है कारवाने-ज़िंदगी
  12. दर्द होता रहा रात भर
  13. दर्दे-दिल होने लगा
  14. दोनों ही अपने आप में है
  15. नहीं है ये आँखें भरी, जान लो
  16. नाकाम मुहब्बत के गुमनाम फरिश्तों ने
  17. प्यार तो दिल में कभी माना नहीं
  18. बुझना ही जब रात में, ऐसे नहीं ऐसे
  19. मिलता ही नहीं जो खुलके कभी
  20. मुझको दमभर भी तेरे कुचे में आराम नहीं
  21. यह सदा आती है आधी रात को उस पार से
  22. रात तो हमने बितायी है किसी और के साथ
  23. रुबाई और कता
  24. रोक देती है साज़े-हस्ती
  25. साज़ यों छू के हरेक तार रगे जाँ हो जाय
  26. हँसी अब उन होंठों पे छाने लगी है
  27. हरेक गुंचा हुआ तार तार गुलशन में
  28. हवा ने कुछ हंसी में